Sunday, June 2, 2024

कामोत्तेजक व स्तंभक योग व बाजीकरण योग

कामोत्तेजक व स्तंभक योग व बाजीकरण योग
सफेद मूसली 40 ग्राम
काली मूसली 40 ग्राम
गिलोयसत्व 40 ग्राम
सोंठ 40 ग्राम
छोटी पीपल 40 ग्राम
मुलेहठी40 ग्राम
 ईसबगोल 40 ग्राम
 तालमखाना 40 ग्राम
 बबूल का गोंद 40 ग्राम
 रूमी मस्तगी 40 ग्राम
बीजबन्द 40 ग्राम
लौंग 40 ग्राम
 जायफल 40 ग्राम
केसर 40 ग्राम
शुद्ध भांग 100 ग्राम
मिश्री धागे वाली - 700 ग्राम
 निमार्ण विधि -  भांग और मिश्री को छोड़ कर सभी बूटियों को कूट- पीस लें। इसमें धुली भांग 100 ग्राम तथा मिश्री 700 ग्राम पीसकर मिला लें। और किसी हवा बंद बर्तन में रख ले बस दवा तैयार हुआ 

सेवन विधि -  10 ग्राम रात को गर्म दूध के साथ लें। 

लाभ - यह अपूर्व बाजीकरण योग है। इसके सेवन से उतेजना एवं स्तम्भन दोनों प्राप्त होते हैं। अधेड़ आयु के पुरुषों के लिये यह बड़े काम की चीज है। अधिक विषय - भोग के कारण जिन पुरुषों को शीघ्रपतन हो जाता है और लिंग में पूरी उतेजना नहीं आती है तथा लिंग शिथिल रहता है, उन्हें इसका अवश्य सेवन करना चाहिये। मैथुन में पूरा आनन्द देता है। मैंने इसे कई रोगियों पर आजमाया है।

मैं एक ऐसे वैद्य राज  जी को जानता हूँ जो इसमें खोवा मिलाकर 20 20 ग्राम के पेड़े बनकर उन्हें मदनमोदक के नाम से बेचते हैं। सम्भोग से दो. घण्टे पूर्व के साथ लेने को कहते हैं। अधेड़ आयु के बहुत से लोग उनसे यह मोदक खरीदते हैं। मैंने कई बार उनसे योग पूछा तो उन्होंने नहीं बतलाया। मैंने योग जानने की तरकीब सोंची। उनके नौकर को लालच देकर उससे योग तथा उसे बनाने का तरीका ज्ञात किया तो पता चला कि यह चूर्ण है जिसमें वह खोवा बराबर मात्रा में मिलाकर मोदक तैयार करते हैं।

सर्दी स्पेशल

  1-           कामोत्तेजक व स्तंभक योग व बाजीकरण योग सफेद मूसली 40 ग्राम काली मूसली 40 ग्राम गिलोयसत्व 40 ग्राम सोंठ 40 ग्राम छोटी...